म.प्र. स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने CMHO को सौंपा ज्ञापन, सार्थक एप के तहत ई-अटैन्डैन्स की अनिवार्यता खत्म करने की मांग

शिवपुरी जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय पर शुक्रवार को म.प्र. स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने एक ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस ज्ञापन में संघ ने सार्थक एप के तहत ई-अटैन्डैन्स की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग की है।

संघ के जिला अध्यक्ष मनोज भार्गव ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा, "हमने यह ज्ञापन इसलिए दिया है क्योंकि हमारे जिले में इंटरनेट नेटवर्क की समस्या है। हमें 9:00 बजे हेडक्वॉर्टर में हाजिरी लगानी होती है, लेकिन कई गांवों में नेटवर्क की कमी के कारण हम यह नहीं कर पाते। यदि हाजिरी नहीं लगेगी, तो हमारी वेतन कट जाएगी।"

उन्होंने आगे बताया, "जिले के कई गांव जैसे धौलागढ़ में नेटवर्क इश्यू होते हैं, जिससे स्वास्थ्य कर्मचारियों का काम प्रभावित हो रहा है। यदि वेतन कटेगा तो घर का खर्च कैसे चलेगा? हमारी मुख्य मांग यही है कि सार्थक ऐप को हटाया जाए। हमें रजिस्टर में हाजिरी लगाने में कोई समस्या नहीं है।"

स्वास्थ्य कर्मचारी शकुंतला चौधरी ने भी अपनी बात रखते हुए कहा, "दूसरे विभागों में भी कर्मचारी हाजिरी लगाते हैं। हमारा यह विरोध इसलिए है कि केवल स्वास्थ्य विभाग के फील्ड कर्मचारियों पर यह नियम थोपे जा रहे हैं।"

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय ऋषिकेश्वर ने कहा, "सार्थक ऐप के संबंध में कुछ दिक्कतें हैं। नेटवर्क की कमी और महिला कर्मचारियों की सुरक्षा मुद्दे को ध्यान में रखा जाना चाहिए।"

ज्ञापन में कर्मचारियों ने निम्नलिखित समस्याएँ उठाई हैं:
- नेटवर्क की कमी से ई-अटैन्डैन्स में बाधा।
- दूरस्थ गांवों में शाम को नेटवर्क न मिलना।
- भौगोलिक स्थिति के कारण कार्यप्रणाली प्रभावित होना।
- ग्रामीण क्षेत्रों में महिला कर्मचारियों की सुरक्षा का खतरा।

संघ ने अपील की है कि इन समस्याओं की गंभीरता को देखते हुए ई-अटैन्डैन्स की अनिवार्यता को तत्काल स्थगित किया जाए।