नगर पालिका परिषद में भ्रष्टाचार का आलम, पत्रकार हुए एकजुट
पोहरी: पत्रकार संघ ने नगर परिषद (नप) में हो रही फर्जी भर्तियों और भ्रष्टाचार की खबरें प्रकाशित करने के बाद पार्षदों और सीएमओ की प्रतिक्रियाओं पर गहरी नाराजगी व्यक्त की है। संघ के सदस्य और जागरूक पत्रकार धर्मेंद्र शर्मा ने हाल ही में नगर परिषद में हो रहे अवैध कार्यों, आउटसोर्स भर्तियों, गंदगी, स्ट्रीट लाइट की खराब स्थिति और जल संकट जैसी समस्याओं को उजागर किया था। इसके चलते उनकी कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं और उन पर झूठे मामले दर्ज करने का प्रयास किया जा रहा है।
पत्रकार संघ ने अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि लोकतंत्र का चौथा स्तंभ, जो जनहित के मुद्दों को उठाता है, उसे दबाने का प्रयास निंदनीय है। संघ ने कहा कि यह स्वतंत्रता को खतरे में डालने वाला प्रयास है और इससे पत्रकारों का मनोबल टूटेगा। संघ ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन से उचित कदम उठाने की मांग की है ताकि पत्रकारों को सुरक्षा प्रदान की जा सके।
संघ ने चेतावनी दी है कि यदि इस प्रकार की साजिशों और भ्रष्टाचार पर रोक नहीं लगाई गई, तो पत्रकार आंदोलन को बाध्य होंगे। अपने ज्ञापन में पत्रकार संघ ने मुख्यमंत्री, एसपी और एसडीएम के नाम ये बात रखी है, जिसमें उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है।
इस दौरान पत्रकार संघ के सदस्यों ने एकत्र होकर अपनी एकजुटता प्रदर्शित की। मंच पर देवी सिंह जादौन, माखन सिंह धाकड़, योगेश जैन, हितेश जैन, भैया कांजी, प्रदीप गुप्ता, निर्माण पचोरी, रिंकू शर्मा, सुनील शर्मा, विशाल शर्मा, सानू कांजी, हेमंत गौतम, जितेंद्र चौहान और रामेश्वर कंसाना जैसे पत्रकार मौजूद थे।
यह घटना न केवल पत्रकारों के लिए, बल्कि लोकतंत्र की व्यवस्था और जनहित के मुद्दों के लिए भी एक महत्वपूर्ण कदम है। पत्रकार संघ की इस एकजुटता से साफ दिखाई देता है कि वे अपने इरादों में दृढ़ हैं और लोकतंत्र की रक्षा के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।
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