बहुमत परीक्षण में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर, समझें गणित
भोपाल -विधानसभा कुल सदस्य संख्या- 230 22 विधायकों की गैर मौजूदगी में सदन की प्रभावी सदस्य संख्या 206 होगी। ऐसे में बहुमत के लिए जरूरी आंकड़ा 104 विधायकों का समर्थन का होगा।
कांग्रेस के 22 विधायक के इस्तीफे के बाद कांग्रेस विधायकों की संख्या 114 से घटकर 92 रह जाएगी। निर्दलीय, बसपा और सपा के सात विधायकों का समर्थन कमल नाथ सरकार को बरकरार रहता है तो सदस्य संख्या 99 होगी। इसके बाद भी अभी कांग्रेस को बहुमत के लिए 4 विधायक की आवश्यकता है।
भाजपा के पास 106 (नारायण त्रिपाठी को छोड़कर) विधायक हैं, इसलिए सरकार के परास्त होने और भाजपा सरकार बनना तय है।
कांग्रेस के 22 विधायक के इस्तीफे के बाद कांग्रेस विधायकों की संख्या 114 से घटकर 92 रह जाएगी। निर्दलीय, बसपा और सपा के सात विधायकों का समर्थन कमल नाथ सरकार को बरकरार रहता है तो सदस्य संख्या 99 होगी। इसके बाद भी अभी कांग्रेस को बहुमत के लिए 4 विधायक की आवश्यकता है।
भाजपा के पास 106 (नारायण त्रिपाठी को छोड़कर) विधायक हैं, इसलिए सरकार के परास्त होने और भाजपा सरकार बनना तय है।
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