शिवपुरी दिल्ली रिटर्न्स लिख कर कोचिंग संस्थान कर रहे है बच्चों को लुभाने का प्रयास

शिवपुरी शहर में कोचिंग संस्थानों की भरमार है। यहां पर दो दर्जन से अधिक कोचिंग संस्थान खुले हुए हैं। वर्तमान में अभिभावक बच्चों के कैरियर के प्रति अधिक जागरूक है। ऐसे में कोचिंग के नाम में कैरियर एवं दिल्ली रिटर्न्स शब्द का अधिक उपयोग किया गया जा रहा है ।

पेरेंट्स का कहना है कि कोचिंग संस्थानों के दिल्ली की तर्ज पर नाम रखे जाने से अभिभावक भ्रमित होंगे। क्योंकि आज के युग मे स्कूल कम और कोचिंग संस्थान अधिक नजर आते हैं। कोचिंग संचालक इसकी आड़ में फीस बढ़ोतरी कर अभिभावकों को लूटने का प्रयास करते है । जबकि उन संस्थानों में बच्चों की संख्या इतनी है कि ठीक से बैठने की जगह तक नहीं होती है। छात्रों को छोटे से कमरों में जैसे-तैसे बैठाया जाता है और शुल्क के रूप में विषय के अनुसार या फिर ठेका पर ही सभी विषयों का एकमुश्त मोटी रकम ले ली जाती है। कोचिंग के प्रबंधक बच्चों को नामांकन के समय सफलता की गारंटी भी देते हैं। कोचिंग संस्थानों के पास अच्छे उपस्कर, पर्याप्त रोशनी, पेयजल व्यवस्था, शौचालय की सुविधा, स्वच्छ वातावरण, अग्निशमन की व्यवस्था, आकस्मिक चिकित्सा और पार्किंग की सुविधा सहित अन्य सुविधा तक नहीं होती है।