शिवपुरी के व्यस्त बाजार में अवैध गैस रिफिलिंग का खेल, सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवालनियमों को ताक पर रखकर दुकानों में चल रही गैस भराई, जिम्मेदार प्रशासन खामोश

शिवपुरी। शहर के घनी आबादी वाले व्यावसायिक क्षेत्र में एलपीजी सिलेंडरों की गैरकानूनी रीफिलिंग का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। सबसे चिंताजनक बात यह है कि यह खतरनाक गतिविधि सार्वजनिक रूप से चल रही है, लेकिन जिला प्रशासन की ओर से अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।

सूत्रों के मुताबिक, कुछ दुकानदार अपनी दुकानों में घरेलू गैस सिलेंडरों से छोटे सिलेंडरों में अवैध रूप से गैस ट्रांसफर कर रहे हैं। दुकान के भीतर ही कई सिलेंडर जमा कर लिए जाते हैं, जिससे न सिर्फ फायर सेफ्टी मानकों की धज्जियां उड़ रही हैं, बल्कि क्षेत्र के लोगों की जान भी खतरे में पड़ रही है।

विशेषज्ञों की मानें तो ऐसे असुरक्षित रिफिलिंग कार्यों से गैस रिसाव, विस्फोट या आगजनी जैसी गंभीर घटनाओं की आशंका बनी रहती है। इसके बावजूद, जिम्मेदार अधिकारियों की चुप्पी इस पूरे मामले को संदिग्ध बनाती है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि यह सब कुछ प्रशासन की जानकारी में होते हुए भी अनदेखा किया जा रहा है।

वह क्षेत्र जहां यह काम चल रहा है, शहर के सबसे व्यस्त बाजारों में से एक है, जहां दिनभर सैकड़ों लोग आते-जाते हैं। ऐसे में अगर कोई हादसा होता है तो उसकी चपेट में आने वालों की संख्या बड़ी हो सकती है।
जब इस संबंध में उप जिलाधिकारी अनुपम शर्मा से प्रतिक्रिया ली गई, तो उन्होंने कहा कि मामले की जानकारी मिल गई है और नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी माना कि सिलेंडरों की इस तरह की रिफिलिंग पूरी तरह गैरकानूनी है स्थानीय जनता अब उम्मीद कर रही है कि प्रशासन जल्द कार्रवाई करेगा और इस जानलेवा खेल पर रोक लगाएगा, ताकि भविष्य में किसी अनहोनी से बचा जा सके।