शिवपुरी: अवैध शराब विवाद में हिंसक झड़प, पुलिस के हाथ खाली DM से लगाई मदद की गुहार

शिवपुरी जिले में अवैध मादक पदार्थों के कारोबार के चलते हालात विषम बने हुए हैं। हाल ही में सतनवाड़ा थाना क्षेत्र में अवैध कच्ची शराब को लेकर उत्पन्न विवाद ने हिंसक रूप धारण कर लिया, जब भीलपुरा गांव के कुछ लोगों ने बोलेरो लेकर सतनवाड़ा कला गांव पर हमला कर दिया। इस घटना में छह लोग घायल हो गए, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।

घटना 14 मार्च की शाम करीब 4:30 बजे की है, जब लवकुश आदिवासी अपने घर के बाहर खड़ा था। इस दौरान अनिल भील, सुनील भील और रोहित आदिवासी ने अपने साथियों के साथ वहां पहुंचकर गाली-गलौज की और फिर लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में लवकुश के अलावा प्रेमचंद, राहुल, आकाश, दिलीप और अरविंद आदिवासी भी घायल हुए। प्रेमचंद को सिर पर गंभीर चोट आई, जबकि अन्य घायलों को भी गंभीर जख्म आए।

पुलिस ने इस मामले में एफआईआर तो दर्ज की है, जिसमें तीन नामजद और तीन अज्ञात आरोपी शामिल हैं, लेकिन अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़ित समुदाय ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने उनकी मदद करने के बजाय उन्हें वहां से भगा दिया। असुरक्षा के इस माहौल में आदिवासी समुदाय के लोगों ने एसपी और कलेक्टर से मुलाकात कर सुरक्षा की गुहार लगाई है।

ग्रामीणों का कहना है कि यदि जल्द ही कार्रवाई नहीं की गई, तो स्थिति और बिगड़ सकती है। उन्होंने प्रशासन से अपील की है कि हमलावरों को गिरफ्तार कर उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि गांव में शांति स्थापित हो सके और लोग बिना डर के जीवन जी सकें।

इस बीच, अवैध शराब के कारोबार के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा की गई प्रयासों के बावजूद, स्थानीय तस्कर बेखौफ होकर खुले में शराब बेच रहे हैं। जब ग्रामीणों ने इसका विरोध करने की कोशिश की, तो तस्करों ने उन पर हमले किए। प्रशासन की निष्क्रियता से स्थानीय लोग बेहद चिंतित हैं और समाधान की मांग कर रहे हैं। 

इस संकट से निपटने के लिए प्रशासन को तत्काल ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि ग्रामीणों को सुरक्षा का एहसास हो सके और हिंसा का यह सिलसिला थम सके।