नाबालिग किशोरी की गुमशुदगी पर पिता की डीएम और एसपी से गुहार, थाने पर नहीं हुई सुनवाई
शिवपुरी जिले के पिछोर थाना क्षेत्र में एक पिता ने अपनी नाबालिग बेटी की गुमशुदगी के मामले में गंभीर आरोप लगाते हुए जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक से मदद की गुहार लगाई है। पिता का नाम जगदीश केवट है, जिन्होंने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी को राममिलन केवट नामक व्यक्ति ने मोटरसाइकिल पर बैठाकर ले गया।
जगदीश केवट ने 22 फरवरी 2025 की घटना का वर्णन करते हुए बताया कि उस दिन उनकी नाबालिग पुत्री आरती और पत्नी घर पर थीं, तभी आरोपी राममिलन और उसके पिता राजू केवट उनके घर आए और आरती को बहलाकर अपने साथ ले गए। जगदीश की पत्नी भी इस घटना की गवाह हैं। शिकायत में उन्होंने यह भी बताया कि आरोपियों ने उनसे जेवरात और नगद 15-20 हजार रुपये भी छीन लिए।
जगदीश ने बताया कि उन्होंने और उनकी पत्नी ने पिछोर थाने में इस घटना की शिकायत की, लेकिन पुलिस ने उनकी शिकायत दर्ज नहीं की। उन्होंने दो बार शिकायती पत्र देने की कोशिश की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इस परिस्थिति से परेशान होकर, जगदीश ने अब कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पर जाकर न्याय की मांग की है।
उन्होंने अपनी शिकायत में यह भी व्यक्त किया है कि उन्हें डर है कि आरोपी उनकी नाबालिग पुत्री को बेच सकते हैं या उसकी हत्या कर सकते हैं। जगदीश ने प्रशासन से अपील की है कि राममिलन केवट और उसके पिता के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाए, ताकि उनकी बेटी सुरक्षित घर वापस लौट सके।
इस मामले में पिछोर थाना प्रभारी जितेंद्र सिंह मावई ने बताया कि किशोरी झांसी में अपने जीजा के घर से गायब हुई थी और थाने में लाकर उससे पूछताछ की गई थी। किशोरी ने िसी भी घटना की जानकारी न होने की बात कही।
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