सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की प्रतिदिन होगी समीक्षा सीएमएचओ डॉ.पवन जैन

शिवपुरी - मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन द्वारा स्वास्थ विभाग द्वारा संचालित कार्यक्रमों की जिला स्तरीय समीक्षा बैठक में सीएम हेल्पलाइन के प्रकरण की प्रतिदिन समीक्षा करने के अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.पवन जैन ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों को सभी बीएमओ संजीदगी से लें। प्रत्येक ब्लॉक में बीएमओ सीएम हेल्पलाइन प्रकरणों के लिए प्रभारी अधिकारी होंगे और वह अपना एक सहयोगी इस कार्य हेतु नामित करेंगें। जिन शिकायतों को 100 दिन हो चुके हैं ऐसी शिकायतों को प्राथमिकता के साथ समाधान करें।
सीएमएचओ ने सीएम हेल्पलाइन के प्रकरणों की प्रतिदिन सुबह 9 बजे वर्चुअल समीक्षा किए जाने का निर्देश भी समीक्षा बैठक में दिए। इसके अतिरिक्त एएनएम को शिकायतकर्ता के घर तक भेजकर आवश्यक दस्तावेजों का संग्रहण कर शिकायत का समाधान कराने की बात भी कही। इस कार्य को ग्राम स्तर पर एएनएम, आशा सहयोगी और आशा कार्यकर्ता की टीम बनाकर भी शिकायतों का समाधान किया जाना सुनिश्चित करें।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ.आशीष व्यास बताया कि जिले में स्पूटम एग्जामिनेशन की संख्या बेहद कम है इस संख्या को बढ़ाया जाना चाहिए, अब टीवी का उपचार मात्र छह माह की दवाइयों के माध्यम से किया जा सकता है इसके लिए आशा कार्यकर्ता को 1000 रूपए प्रोत्साहन राशि के रूप में दिए जा रहे हैं। बैठक में कुष्ठ के रोगियों की पहचान के लिए भी क्षेत्र चिन्हित करने को कहा गया।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.संजय ऋषेश्वर ने दस्तक अभियान के दौरान कुपोषित बच्चे, जन्मजात विकृति बाले बच्चे, रक्त अल्पता के बच्चों की जानकारी शून्य प्राप्त होने पर पिछोर, नरवर एवं सतनवाड़ा की संबंधित एएनएम को 50 प्रतिशत सैलरी दिए जाने के निर्देश दिए गए। इसी प्रकार मृत बच्चे एवं मृत गर्भवती महिलाएं, मृत प्रसूताओं की मृत्यु का कारण मालूम करने के लिए आरबीएसके चिकित्सक, आशा, एएनएम माध्यम से कार्य कराने हेतु निर्देशित किया गया। कोविड वैक्सीनेशन हेतु बीएलओ के नेतृत्व में आशा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका का दल बनाकर घर-घर सर्वे किए जाने हेतु निर्देशित किया गया। इसके लिए सर्वे के दौरान घरों पर दल द्वारा वैक्सीनेशन होने अथवा ना होने का भी स्टीकर चिपकाए जानी हेतु जानकारी दी गई।
जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एन.एस.चौहान द्वारा एचआईएमएस का डाटा ठीक करने, गर्भवती महिलाओं का प्रथम तीन माह में रजिस्ट्रेशन 20 प्रतिशत से बढ़ाने, हाई रिस्क प्रेगनेंसी वाली महिलाओं को प्रति शुक्रवार घर से बुलाकर स्वास्थ्य परीक्षण कराने, परिवार कल्याण कार्यक्रम अंतर्गत एनएसव्ही पर फोकस करने तथा आयुष्मान कार्ड बनाने के लिए बीई को जवाबदारी दी गई तथा प्रति आयुष्मान मित्र एवं वीएलई को 100 कार्ड प्रतिदिन बनाए जाने का लक्ष्य दिया गया। 0 से 10 साल तक के बच्चों का आयुष्मान कार्ड आयुष्मान मित्रों के द्वारा बनाया जाए।
सिविल सर्जन डॉ.राजकुमार ऋषेश्वर द्वारा शासकीय अस्पतालों में ओपीडी की 40 प्रतिशत रोगियों का आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत उपचार किए जाने हेतु शासन के निर्देशों की जानकारी दी।
जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ.शीतल व्यास द्वारा एनसीडी क्लीनिक एचडब्ल्यूसी तथा निरोगी काया अभियान के माध्यम से कैंसर, बीपी, शुगर रोगियों का उपचार कराए जाने निःशुल्क दवाएं प्रदान किए जाने आदि की जानकारी दी तथा ब्लॉक स्तर पर भेजे गए बीपी स्टूमेंट एवं शुगर स्टूमेंट सीएचओ को दिए जाने हेतु निर्देशित किया गया। बैठक के द्वारा आरबीएस कार्यक्रम, मलेरिया कार्यक्रम की भी समीक्षा की गई।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित जेएसवाई, पीएमएसवाई, आरबीएसके, टीवी उन्मूलन, कुष्ठ उन्मूलन, एचसीडब्ल्यू, एचआरपीडब्ल्यू, कोविड-19 वैक्सीनेशन, चाइल्ड हेल्थ, दस्तक, नियमित टीकाकरण कार्यक्रम, सीडीआर एमडीआर, एसएनसीयू, मैटरनल हेल्थ,  परिवार कल्याण कार्यक्रम, एनसीडी, मलेरिया सहित एचएमआईएस, अनमोल पोर्टल की समीक्षा की गई।
बैठक में एमएनडी अधिकारी जैनेंद्र कुमार जैन, लेखा प्रबंधक श्रीमती रश्मि गर्ग, जिला मीडिया अधिकारी श्रीमती विजयलक्ष्मी जेऊरकर, आरबीएसके कोऑर्डिनेटर अखिलेश शर्मा, जिला मलेरिया अधिकारी श्री लाल जू शाक्य, आईडीएसपी डाटा मैनेजर अखिलेश शर्मा, आरआई डाटा मैनेजर सी.पी.जैन सहित सभी विकासखंडों के खंड चिकित्सा अधिकारी बीपीएम बीसीएम बीई ब्लॉक अकाउंट मैनेजर उपस्थित थे।