पहली बार हुआ ऐसा चैत्र नवरात्रि में देवी मंदिरों पर रही तालाबंदी
चैत्र नवरात्रि - देवी मंदिरों पर सुनना सन्नाटा भक्तों ने घर पर ही की पूजा अर्चना
उत्कर्ष भार्गव
शिवपुरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान किया और देश की जनता से अपील की कि वह इन 21 दिनों के दौरान अपने घर में ही रहें जिससे कि कोरोना से लड़ने में मदद मिल सके. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने इस बात का भी जिक्र किया कि आज से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है ऐसे में मंदिरों में हमेशा ही हजारों लाखों लोगों की भीड़ होती है लेकिन इस बार मंदिर जाने से बचें जिससे कि कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में मदद मिल सके । प्रधानमंत्री की इस अपील का असर मंदिरों पर भी दिख रहा है l शिवपुरी के राज राजेश्वरी, कैलादेवी, काली माता मंदिर के मुख्य द्वार पर ताला लटका हुआ है और किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं है.
प्राचीन राज राजेश्वरी, कैलादेवी, काली माता मंदिर पूरी तरह से बंद
हाल-फिलहाल के दशकों में ऐसा पहली बार हुआ है कि शिवपुरी के सभी प्रमुख हिंदू तीर्थस्थलों के दरवाजे नौ दिवसीय चैत्र नवरात्रि पर्व की शुरुआत के दौरान बंद रहे ।
राजेश्वरी एवं कालीमाता मंदिर के अंदर जाने के सभी रास्ते पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं. सभी रास्तों पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं जो यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि मंदिर के अंदर श्रद्धालु ना पहुंच सकें।मंदिरों में सिर्फ पुजारियों को ही प्रवेश मिल रहा है । इतना ही नहीं मुख्य मंदिर के बाहर भी एक संदेश लगा हुआ है कि मंदिर परिसर बंद है यहां आने के बजाय घर से ही पूजा करें ।
मंदिर परिसर के अंदर और बाहर पूजा सामग्री बेचने वाली दुकानें भी बंद
इसके साथ ही मंदिर परिसर में जो पूजा सामग्री बेचने की दुकान सजी रहती है वह भी अब पूरी तरह से बंद है क्योंकि मंदिर में श्रद्धालु आ नहीं रहे और ऐसे में इन दुकानों पर बिक्री का कोई सवाल ही नहीं उठता. इसी वजह से मंदिर परिसर के आसपास बनी उन दुकानों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है जहां पर नवरात्रों के दौरान एक एक दुकान पर दर्जनों लोगों की भीड़ हुआ करती थी.
मंदिर प्रशासन और दुकानदारों ने निभाई अपनी जिम्मेदारी अब बारी आपकी
मंदिर परिसर के आसपास जो तस्वीरें नजर आ रही है वह तो यही इशारा कर रही हैं कि मंदिर प्रशासन के लोगों और दुकानदारों ने प्रधानमंत्री के संदेश को मानते हुए अपनी जिम्मेदारी निभा दी है. लेकिन अब जरूरत है उन श्रद्धालुओं को भी अपनी जिम्मेदारी निभाने की जो आस्था के आगे महामारी के खतरे को भी अनदेखा कर देते हैं.
उत्कर्ष समाचार भी यही अपील करता है कि अगर आपको पूजा अर्चना करनी है तो आप अपने घर में रहकर पूजा अर्चना कर सकते हैं क्योंकि वही सबसे सुरक्षित तरीका है. अगर आप मंदिर परिसर तक पहुंचते भी हैं तो वहां पर आपको पूजा अर्चना करने की अनुमति नहीं होगी और उल्टा हो सकता है कि आप के खिलाफ लॉकडाउन तोड़ने की धारा के तहत मुकदमा दर्ज हो जाए. तो सावधानी बरतिए और सुरक्षित रहिए.
उत्कर्ष भार्गव
शिवपुरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन का एलान किया और देश की जनता से अपील की कि वह इन 21 दिनों के दौरान अपने घर में ही रहें जिससे कि कोरोना से लड़ने में मदद मिल सके. इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने इस बात का भी जिक्र किया कि आज से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो रही है ऐसे में मंदिरों में हमेशा ही हजारों लाखों लोगों की भीड़ होती है लेकिन इस बार मंदिर जाने से बचें जिससे कि कोरोना जैसी महामारी से लड़ने में मदद मिल सके । प्रधानमंत्री की इस अपील का असर मंदिरों पर भी दिख रहा है l शिवपुरी के राज राजेश्वरी, कैलादेवी, काली माता मंदिर के मुख्य द्वार पर ताला लटका हुआ है और किसी को अंदर जाने की इजाजत नहीं है.
प्राचीन राज राजेश्वरी, कैलादेवी, काली माता मंदिर पूरी तरह से बंद
हाल-फिलहाल के दशकों में ऐसा पहली बार हुआ है कि शिवपुरी के सभी प्रमुख हिंदू तीर्थस्थलों के दरवाजे नौ दिवसीय चैत्र नवरात्रि पर्व की शुरुआत के दौरान बंद रहे ।
राजेश्वरी एवं कालीमाता मंदिर के अंदर जाने के सभी रास्ते पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं. सभी रास्तों पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं जो यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि मंदिर के अंदर श्रद्धालु ना पहुंच सकें।मंदिरों में सिर्फ पुजारियों को ही प्रवेश मिल रहा है । इतना ही नहीं मुख्य मंदिर के बाहर भी एक संदेश लगा हुआ है कि मंदिर परिसर बंद है यहां आने के बजाय घर से ही पूजा करें ।
मंदिर परिसर के अंदर और बाहर पूजा सामग्री बेचने वाली दुकानें भी बंद
इसके साथ ही मंदिर परिसर में जो पूजा सामग्री बेचने की दुकान सजी रहती है वह भी अब पूरी तरह से बंद है क्योंकि मंदिर में श्रद्धालु आ नहीं रहे और ऐसे में इन दुकानों पर बिक्री का कोई सवाल ही नहीं उठता. इसी वजह से मंदिर परिसर के आसपास बनी उन दुकानों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है जहां पर नवरात्रों के दौरान एक एक दुकान पर दर्जनों लोगों की भीड़ हुआ करती थी.
मंदिर प्रशासन और दुकानदारों ने निभाई अपनी जिम्मेदारी अब बारी आपकी
मंदिर परिसर के आसपास जो तस्वीरें नजर आ रही है वह तो यही इशारा कर रही हैं कि मंदिर प्रशासन के लोगों और दुकानदारों ने प्रधानमंत्री के संदेश को मानते हुए अपनी जिम्मेदारी निभा दी है. लेकिन अब जरूरत है उन श्रद्धालुओं को भी अपनी जिम्मेदारी निभाने की जो आस्था के आगे महामारी के खतरे को भी अनदेखा कर देते हैं.
उत्कर्ष समाचार भी यही अपील करता है कि अगर आपको पूजा अर्चना करनी है तो आप अपने घर में रहकर पूजा अर्चना कर सकते हैं क्योंकि वही सबसे सुरक्षित तरीका है. अगर आप मंदिर परिसर तक पहुंचते भी हैं तो वहां पर आपको पूजा अर्चना करने की अनुमति नहीं होगी और उल्टा हो सकता है कि आप के खिलाफ लॉकडाउन तोड़ने की धारा के तहत मुकदमा दर्ज हो जाए. तो सावधानी बरतिए और सुरक्षित रहिए.
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