शिवपुरी: रंग गुलाल लगाकर गले मिलते हुए मनाया होली का पर्व

शिवपुरी जिले के पिछोर में आज होली का त्यौहार पूरे उत्साह और धूमधाम के साथ मनाया गया। होली, जो कि रंगों और खुशियों का त्यौहार है, सभी के दिलों में उमंग भरने का काम करता है। पूरे देश के साथ-साथ पिछोर में भी लोग एक-दूसरे को रंग और गुलाल लगाकर बधाई देते हुए नजर आए।

पिछोर की गलियों में लोग रंग-बिरंगे कपड़ों में सजे हुए थे और नाच-गाने का माहौल बना हुआ था। बच्चों से लेकर बूढ़ों तक ने इस पर्व का आनंद लिया। सदियों पुरानी परंपरा को जीवित रखते हुए, लोगों ने एक-दूसरे को गले लगाकर बुराइयों को भुलाते हुए होली की शुभकामनाएं दीं। यह एक ऐसा दिन है जब द्वेष और दूरियों को भुलाकर लोग एकता के सूत्र में बंध जाते हैं।

प्रशासनिक अधिकारियों ने भी इस अवसर को भुलाया नहीं। एसडीओपी प्रशांत शर्मा ने अपने परिवार के साथ अपने निवास पर होली मनाई, जबकि एसडीएम शिवदयाल धाकड़ और तहसीलदार शिव शंकर गुर्जर ने भी अपने-अपने घरों में इस पर्व का आनंद उठाया। विशेष रूप से, जेल के स्टाफ ने जेलर अमरनाथ कटियार को गुलाल लगाकर होली की शुभकामनाएं दी और पूरे उत्साह के साथ इसे मनाया।

बच्चों ने भी रंग भरी पिचकारियों से एक-दूसरे पर रंग डालकर होली की मस्ती को दोगुना कर दिया। वार्ड नंबर 5 के पार्षद पति कपिल मिश्रा ने भी अपने निवास के बाहर वार्डवासियों को आमंत्रित किया और सभी ने मिलकर होली के गीतों पर जमकर ठुमके लगाए। इस प्रकार पिछोर में होली का त्यौहार हंसी-खुशी और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।

हर जगह से उठती हंसी-खुशी और मस्ती की गूंज ने इस त्यौहार की खुशी को और बढा दिया। स्थानीय बाजारों में भी रंगों की खरीददारी से लेकर पकवानों की तैयारी तक, हर जगह होली का रंग देखने को मिला। बाजार में लोगों की भीड़, रंग-बिरंगे गुलाल और मिठाइयों की खुशबू ने इस पर्व को और भी खास बना दिया।

इस अवसर पर आयोजनों का विशेष ध्यान रखा गया और सुरक्षा के सभी प्रबंध किए गए थे ताकि होली का पर्व शांति और सौहार्द्र के साथ मनाया जा सके। इस वर्ष पिछोर में मनाई गई होली, न केवल रंगों का त्यौहार रहा, बल्कि यह आपसी प्रेम, एकता और सहयोग का भी प्रतीक बनी। 

आखिर में, यह कहा जा सकता है कि पिछोर ने इस होली को मस्ती और उल्लास के साथ मनाते हुए एक मिसाल पेश की है, जिसने समाज में प्यार और एकता का पाठ पढ़ाया है। फिर से एक बार, सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएं!