भारतीय किसान संघ ने किसानों को उपज का लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य दिलाने किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन

शिवपुरी-भारतीय किसान संघ के द्वारा किसानों को उनकी उपज का लागत मूल्य मिले इसे लेकर बुधवार को शहर के राजेश्वरी मंदिर पर किसान एकत्रित हुए और अपनी मांगों को लेकर यहां पुरजोर तरीके से मांगों को उठाया साथ ही किसानों की अन्य लंबित मांगों को लेकर भी यहां प्रदर्शन किया गया। इसके साथ ही भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष कल्यााण् सिंह यादव के निर्देशन में प्रांत मंत्री पवन शर्मा भाटी की अगुवाई में किसानों का यह प्रदर्शन रैली निकालते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा और अपनी समस्याओं के संदर्भ में प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन एडीएम उमेश शुक्ला को सौंपा।
इस दौरान भारतीय किसान संघ के जिलाध्यक्ष कल्याण सिंह यादव ने बताया कि भारतीय किसान संघ के द्वारा पूर्व में 11 अगस्त को भी ज्ञापन देकर ध्यानाकर्षण कराया गया था कि किसानों को उनकी उपज का लागत आधारित लाभकारी मूल्य मिलना नहीं चाहिए, सर्वे कार्य में पारदर्शिता हो, आगामी समय में फसल आने वाली है फिर सर्वे कार्य में परेशानी आएगी सहित किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य के बजाए लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य दिया जाए, एक बार घोषित मूल्य के बाद उसके आदानों में होने वाली महंगाई का भुगतान के समय समायोजन करते हुए महंगाई के  अनुपात में वास्तविक मूल्य चुकाना होगा, घोषित मूल्य पर किसान की उपज का बेचना सुनिश्चित हो, फिर चाहे वह मंडी में बेंचे, चाहे मंडी के बाहर या फिर चाहे सरकार खरीदें लेकिन घोषित मूल्य से कम पर क्रय-विक्रय को अपराध मानना होगा। इसके अलावा किसान संघ जिलाध्यक्ष कल्याण सिंह यादव के साथ प्रांत मंत्री पवन शर्मा भांटी ने बताया कि यह सब तभी संभव है जब इस बाबत कठोर कानून बनेगा ऐसे में लागत आधारित लाभकारी मूल्य की गारंटी कानून बनाया जावे। इसके अलावा बिजली विभाग की समस्या भी प्रमुख थी जिसमें किसान की फसल बर्बाद हो चुकी है यह सर्वविदित है उसके बावजूद बिजली विभाग वसूली में लगा है किसानों के ट्रांसफार्मर को उठाया जा रहा है बिल न जमा करने पर पूरी लाइन गांव की काट दी जाती है ग्रामीण अंधेरे में जीवन यापन करने पर मजबूर है। इस तरह अपनी इन मांगों को लेकर जिला प्रशासन को माननीय प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री के नाम यह ज्ञापन सौंपे गए जिसमें भारतीय किसान संघ ने अपेक्षा व्यक्त की है कि किसानों की मांगों को लेकर सरकार गंभीरत बरतेगी और किसान संघ अपने कदम की ओर आगे नहीं बढ़ेगा। इस अवसर पर आधा सैकड़ा किसान प्रतिनिधि मौजूद रहे।