पिछले वर्ष पिता की मौत,इस बार कोरोना से मां की मौत से बेसहारा हो गए चार बहनें एवं एक भाई

बैराड़- नगर परिषद बैराड में अपने गांव इंदार में पांच भाई बहनों से अपने माता पिता का साया उठने के पश्चात मौसाजी के यहां आ गए हैं क्योंकि उनके गांव में अब उनका कोई नहीं है 3 जवान बहने एक छोटी बहन एक छोटा भाई आखिर इस कलयुग में अकेले बेसहारा बिना आजीविका साधन के कहां रहें। शिवपुरी जिले के गांव में नंदकिशोर सोनी के परिवार पर ग्रहण लग ना उसी समय शुरू हो गया जब परिवार के मुखिया 5 बच्चों के पिता नंद किशोर सोनी कि पिछले वर्ष फरवरी में अचानक मौत हो गई परिजनों को डॉक्टरों ने उनकी मौत को हृदय गति रुकने से होना बताया यह भी हो सकता है कि कोरोना के प्रथम चरण में उनकी मौत हो सकती है इतना ही नहीं इस वर्ष कोरोनावायरस 5 बच्चों को जैसे तैसे पाल रही मां गुड्डी वाई सोनी की कोरोना की चपेट में आकर 29 अप्रैल 21को मृत्यु हो गई। बेचारे 5 बच्चों पर मां की मृत्यु के बाद मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा विनय बैराड़ में रह रहे उनके मौसा  नारायण प्रसाद सोनी अपने घर ले आए परंतु उनका भी परिवार बड़ा है लेकिन लोक लाज से 5 जवान भाई बहनों को अपने घर में रख रहे हैं। माता-पिता दोनों की मृत्यु के बाद शालू सोनी उम्र 22 वर्ष भावना सोनी उम्र 20 वर्ष लक्ष्मी सोनी उम्र 18 वर्ष मोनिका सोनी उम्र 16 वर्ष एवं सबसे छोटा भाई जितेंद्र सोनी उम्र 14 वर्ष है जो माता-पिता दोनों की मृत्यु के बाद शासन प्रशासन से सहायता मिलने के इंतजार में हैं। फिलहाल पांचों जवान बच्चो का कोई सहारा नहीं होने पर उसके मामा उन्हें बैराड़ ले आए हैं सभी को शासन से सहायता की दरकार है।