कोरोना कफ्र्यू को देखते हुए पान मसाला की हुई कालाबाजारी शंकर कॉलोनी में पान मसाला विक्रेता के यहां पहुंची पुलिस, लोगों की लगी भीड़ को हटाया

शिवपुरी-कोरोना कफ्र्यू के हालातों में यदि कोई मौका का फायदा उठा रहा है तो उसमें सबसे पहले नाम आता है पान मसाला कारोबारी और बाद में किराना व्यापारियों का क्योंकि यही दो आवश्यक वस्तुऐं है जो प्रतिदिन रोजमर्रा की जरूरतों में शामिल है और इसका सबसे अधिक फायदा कोरोना काल और कफ्र्यू के समय यह दोनों ही लोग उठाते है। यही कारण है कि पान मसाला की कालाबाजारी को रोकने के लिए भले ही जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाने के लिए टीमें बनाकर निरीक्षण के निर्देश दिए हो बाबजूद इसके कालाबाजारी पर अंकुश ना के बराबर ही लग रही है। यही कारण है कि कोरोना काल के नियमों में सोशल डिस्टेंस को आईना दिखाकर कतार में खड़े पान मसाला दुकानदार अपनी बारी का इंतजार करते हुए नजर आए और यहां शंकर कॉलोनी में जब स्थानीय लेागों के द्वारा पुलिस को सूचना दी गई तब मौके पर एसडीएम मय पुलिस बल के मौके पर पहुंचे और लोगों को तितर-बितर किया। बताया गया है कि शंकर कॉलोनी में राजश्री पान मसाला के गोदाम मालिक की बिक्री यहां से की जा रही थी जिस पर सूचना मिल रही थी कि कोरोना नियमों को दरकिनार कर मनमर्जी दामों पर राजश्री पान मसाला की बिक्री धड़ल्ले से की जा रही है जिसे लेकर सूचना मिलते ही मौके पर एसडीएम और पुलिस पहुंची जिन्होंने इस कालाबाजारी और पान मसाला की खरीदी करने उमड़े दुकानदारों को यहां से हटाया साथ ही किसी भी तरह की कालाबाजारी ना करने की समझाईश भी लोगों को दी। इस दौरान बताया गया कि एक राजश्री पान मसाला का पाउच का पैकेट जो कि बाजार में 190 रूपये का विक्रय होता है वह 260 रूपये में कोरोना कफ्र्यू के हालातों को देखते हुए विक्रय होता हुआ नजर आया। यहां शंकर कॉलोनी में आए पान मसाला की खरीदी करने वाले कुछ दुकानदारों ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि राजश्री पान मसाला सहित अन्य पान मसाला भी मौजूद है जो इस कोरोना क$फर्यू में जो कि एक पाउच की कीमत 10 रूपये होती है वह 50 से 100 रूपये तक में विक्रय की जाती है। ऐसे में एक-एक पैकेट की खरीदी होने पर कफ्र्यू के हालातों में उसके विक्रय करने पर हजारों रूपये की कमाई आसानी से हो जाती है इसलिए यहां पान मसाला दुकानदारों की होड़ लगी रही और कोई 100 तो कोई 200 और कई तो ऐसे भी थे जो 10 से लेकर 100 और 1000 पैकेट तक खरीदारी के लिए आए थे लेकिन पान मसाला कारोबारियों के द्वारा सीमित संख्या में ही पान मसाला की बिक्री की गई जिसका मुनाफा अब आने वाले कोरोना कफ्र्यू के 5 दिनों में यह दुकानदार उठाऐंगें।