ना कोई चिंता-ना कोई डर, महिला डॉक्टर ने बताया कोरोना से जंग का अनुभव

शिवपुरी । दुनिया में इस वक्त कोरोना वायरस का कहर बरप रहा है. भारत में भी मरीजों की संख्या 4500 से अधिक पहुंच गई है, रोजाना कई टेस्ट हो रहे हैं. इस बीच संकट के वक्त में हजारों डॉक्टर लगातार अपना कर्तव्य का पालन कर रहे हैं. ऐसे ही हजारों डॉक्टरों में से हैं एक शिवपुरी के डॉ. यशस्बी मेहता जो जोकि शिवपुरी के सब सेंटर सतनवाड़ा पर पदस्थ हैं । आज उन्होंने उत्कर्ष समाचार से बातचीत कर अनुभव साझा किया ।
अस्पताल में  ड्यूटी से लौटकर जब डॉ. यशस्बी मेहता अपने घर वापस लौटती हैं तो ये वापसी आसान नहीं होती है. स्तुति ने बताया कि घर में आने से पहले वह अस्पताल में पूरी तरह से सैनिटाइज़ होती हैं, पहले घर वालों को फोन कर देती हैं. क्योंकि वह नहीं चाहती कि उनकी वजह से घरवालों को कोई परेशानी हो. घर पहुंचते ही उनके ऊपर एक स्प्रे किया जाता है, उनके पास जो सामान है उसपर भी स्प्रे छिड़का जाता है. ताकि कोरोना का कोई खतरा ना बना रहे. खुद के द्वारा खींची गई इस लक्ष्मण रेखा का पालन  डॉ. यशस्बी मेहता बेहद सतर्कता से करती हैं.