मिसाल एक्सीडेंट में बेटे की मौत से दुखी पिता ने लोगों को बांटे हेलमेट, ताकि किसी की जान न जाए

मध्य प्रदेश में अपने बेटे की सड़क दुर्घटना में मौत से दुखी एक पिता ने समाज के सामने एक ऐसी मिसाल पेश की जिसकी अब हर कोई प्रशंसा कर रहा है. बाइक एक्सीडेंट में हेलमेट ना पहनने के कारण बेटे की मौत के बाद उसकी तेरहवीं में पिता ने युवाओं को हेलमेट बांटे ताकि हेलमेट ना पहनने के कारण जो उनके बेटे के साथ हुआ वो किसी और के बेटे के साथ ना हो.

बेटे की ऐसे गई जान

दमोह में निजी स्कूल संचालित करने वाले विभांशु का 21 नवंबर को एक्सीडेंट हो गया था. विभांशु की बाइक सड़क पर बैठे जानवर से टकरा गई थी, जिससे बाइक फिसल गई और विभांशु के सिर में चोट लगने से खून बहने लगा और मौके पर उसकी मौत हो गई. हालांकि विभांशु ने हेलमेट पहना होता तो उसकी जान बच सकती थी.

बस यही बात उसके पिता महेंद्र दीक्षित को अंदर ही अंदर खा रही थी, जिसके बाद पिता ने तय किया कि वो बेटे की तेरहवीं में युवाओं को हेलमेट बांटेंगे और तेरहवीं में आये 18 साल से ऊपर के सभी लड़कों को महेंद्र दीक्षित ने हेलमेट बांटे ताकि वो इसे पहनकर ही बाइक चलाएं और दुर्घटना से उनका बचाव हो सके.

महेंद्र दीक्षित का ये कदम मिसाल

महेंद्र दीक्षित ने कहा, 'उनके बेटे ने यदि हेलमेट पहना होता तो बच जाता लेकिन अब उसकी मौत के बाद मुझे दूसरों के बेटों को हेलमेट बांटने का विचार मन मे आया ताकि वो सुरक्षित रह सकें.'