मां राजेश्वरी मंदिर में नवरात्र के समय में दर्शन से बदल जाता है भाग्‍य



शिवपुरी. मान्यता है कि नवरात्र के दिनों में माता के दर्शन कर भक्तों का जीवन धन्य हो जाता है. यही वजह है कि इन दिनों माता के मंदिर में भक्तों का सैलाब उमड़ा रहता है. जी हां, शिवपुरी के राजेश्वरी मंदिर में सुबह सूरज की पहली किरण धरती पर आने से पहले ही भक्तों का जमावड़ा लग जाता है. यकीनन लोग माता के दर्शनों का पुण्य लाभ प्राप्त कर भक्ति के सागर में रमे नजर आते हैं. वैसे तो इस मंदिर के बारे में कई मान्यताएं हैं, लेकिन सबसे खास बात यह है कि इस प्राचीन मंदिर में नवरात्र में दर्शन करने के लिए श्रद्धालु दूर-दूर से आते हैं.

400 साल पुराना है मंदिर
राजराजेश्वरी मंदिर के पुजारी विजय गोस्वामी बताते हैं कि उनका परिवार करीब 400 साल से पीढ़ी दर पीढ़ी माता की सेवा कर रहा है. साथ ही उन्‍होंने ये भी बताया कि उनका परिवार तब से सेवा कर रहा है, जब यहां घना जंगल हुआ करता था और शेर आया करते थे. मगर माता की कृपा से शेर ने कभी किसी इंसान को नुकसान नहीं पहुंचाया.

इसके अलावा स्थानीय लोग भी वर्षों से इस मंदिर में पूजा अर्चना के लिए आ रहे हैं. उनका कहना है कि माता के दरबार से कोई भी खाली हाथ नहीं जाता और इस सिद्ध स्थान पर नेक नीयत से मांगी गई मुराद जरूर पूरी होती है. इसके अलावा माता के बारे में कई कथाएं भी प्रचलित हैं.

पूरी होती है मनोकामना
वैसे बोलचाल में भले ही यह कहा जाता हो कि भाग्य से बढ़कर किसी को कुछ नहीं मिलता, लेकिन नवरात्र के 9 दिन भाग्य को बदल सकते हैं. हालांकि ऐसा धर्म कर्म के जानकार भी मानते हैं. हां, बस जरूरत सिर्फ माता के सामने सच्चे मन से सभी बुराइयों को त्यागने का संकल्प लेने की है.